Check Out latest Hindi Quotes
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तलाश कर अपने दिल में मेंरी कमी को
अगर थोड़ा सा भी दर्द हूआ तो समझ लेना मोहब्बत अभी बाकी है
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Latest Hindi Shayri | View
💞 नज़रों से ना देखो हमें.. तुम में हम छुप जायेंगे..
अपने दिल पर हाथ रखो तुम.. हम वही तुम्हें मिल जायेंगे..! 💞
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कौन कहता है कि दूरियां हमेशा किलोमीटरों में नापी जाती हैं....!!
कभी कभी "ख़ुद" से मिलने में भी "जिंदगी" गुज़र जाती है....!!!
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राहों का ख़्याल है मुझे, मंज़िल का हिसाब नहीं रखता..!!
अल्फ़ाज़ दिल से निकलते है,मैं कोई किताब नहीं रखता..!!
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हम भी कभी मुस्कुराया करते,
उजाले में शोर मचाया करते थे,
उस दिए ने मेरे हाथ को जला दिया,
जिस दिए को हम हवा से बचाया करते थे।
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Gulzar Shayri | View
समझने वाले ख़ामोशी भी समझ लेते हैं
न समझने वाले जज़्बातों का भी मज़ाक बना देते हैं
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Gulzar Shayri | View
माँ के लिए क्या लिखूं मैं, माँ की ही तो लिखावट हूँ मैं...
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माँ | View
किसी को मका हिस्से में आया,
किसी को दुका आई।
मैं घर में सबसे छोटा था,
मेरे हिस्से में "मां" आई।।
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माँ | View
काश मैं लौट पाऊं बचपन की उन वादियों में 💝
जहां न कोई जरूरत थी और न ही कोई जरूरी_था!!
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"लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं होती
बस एक माँ है जो कभी ख़फ़ा नहीं होती।"
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माँ | View
मुहब्बत के अगर 100 हिस्से किये जायें तो
.
.
99.9% की हक़दार माँ है...!
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माँ | View
ऐ अंधकार देख ले मुंह तेरा काला हो गया
मां ने आंखे खोल दी घर में उजाला हो गया ।
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माँ | View
जो पढ़ा है उसे जीना ही मुमकिन नहीं
इसीलिए ज़िन्दगी को मैं किताबों से दूर रखता हूँ..✍️
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"मैं हमदर्दी की खैरातों के सिक्के मोड़ देता हूँ,
के जिस पर बोझ बन जाऊँ
उसे मैं खुद ही छोड़ देता हूँ।"
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उदास | View
कुछ रहम कर जिंदगी थोड़ा सवर जाने दे 💔 💔💔
तेरा अगला जख्म भी सह लेंगे पहले वाला तो भर जाने दे💔 💔💔
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उदास | View
इस दुनिया पे भरोसा कभी मत करना
ये शहद दिखाकर ज़हर पिला देती है..💔
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उदास | View
उमर जाया कर दी
उसकी तलाश मै
आखिर मिला तो भी
मेरे ही दिल के किसी कोने मै
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उदास | View
रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे
वो दर्द जो दिल में है..मरता ही नहीं 💔
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उदास | View
ये इश्क है ज़नाब इसे अधूरा ही रखिये
पूरा हो गया तो भुला दिया जाएगा..💔
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उदास | View
साथ रहने का वादा तो तूने ना निभाया,☹️ पर,
अब हम तुमसे दूर रहने का वादा जरूर निभाएंगे☺️
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कुछ कहानियां अक्सर अधूरी रह जाती हैं,
कभी पन्ने कम पड़ जाते हैं कभी स्याही सूख जाती है
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जो फकीरी मिजाज रखते हैं
वो ठोकरों में ताज रखते हैं,
जिनको कल की फ़िक्र नहीं
वो मुठ्ठी में आज रखते हैं।
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सितारों में और इंसान में कोई फर्क नहीं होता
दोनों ही किसी की ख़ुशी के लिए खुद को तोड़ लेते हैं..✍️
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ज़माने में आए हो तो जीने का हुनर रखना
दुश्मनों से ख़तरा नहीं बस अपनों पे नज़र रखना..✍️
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सारे दोस्त एक जैसे नहीं होते,
कुछ हमारे होकर भी हमारे नहीं होते,
आपसे दोस्ती करने के बाद महसूस हुआ,
कौन कहता है 'तारे ज़मीं पर' नहीं होते।👇👇👇♥️♥️♥️
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यारी दोस्ती | View
"बस इतना चाहिए तुझसे ए ज़िन्दगी
कि ज़मीं पर बैठूँ तो लोग उसे बड़प्पन कहें, औक़ात नहीं।"
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हर इंसान दिल का बुरा नहीं होता..
बुझ जाता है दीपक अक्सर तेल की कमी केे कारण,
हर बार कसूर हवा का नहीं होता..✍✍✍
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मैंने महसूस किया है उस जलते हुए रावण का दुःख,
जो सामने खड़ी भीड़ से बार-बार ये पूछ रहा था कि तुम में से कोई राम है क्या.....✍✍✍✍
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ना खुद पर इतना इतराया कर ए दिल,
उसे तो आदत है बेवजह मुस्कुराने की।
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Gulzar Shayri | View
पसीने की स्याही से लिखे हुए पन्ने कभी कोरे नहीं हुआ करते,
जो करते हैं मेहनत दर मेहनत उनके सपने कभी अधूरे नहीं रहते।
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Gulzar Shayri | View
हल्के हल्के बढ़ रही हैं चेहरे की लकीरें,
लग रहा है जैसे
नादानियों और तजुर्बों का बँटवारा हो रहा है..
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Gulzar Shayri | View
गीली लकड़ी सा इश्क़ है जो उसने सुलगाया है
न पूरा बुझ पाया है न पूरा जल पाया है..✍️
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Gulzar Shayri | View
सालों का तजुर्बा तो नहीं मगर दावे से कहता हूँ
अतीत का एक पन्ना ही काफ़ी होता है आँसू बहाने के लिए..✍️
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Gulzar Shayri | View
"जो हैरान हैं मेरे सब्र पर, उन से कह दो
जो आंसू ज़मी पर नहीं गिरते, दिल चीर जाते हैं।"
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तेरी डिब्बे की वो दो रोटिया कही बिकती नहीं
माँ मेंहगे होटलों में आज भी भूख मिटती नहीं..
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उड़ा देती हैं नींदें कुछ जिम्मेदारीयाँ घर की,
रात को जागने वाला हर शख्स आशिक नहीं होता...✍✍✍✍✍
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Gulzar Shayri | View
करके हिम्मत धीरे - धीरे जख्मों को सी रहा हूँ,
कल आज से बेहतर होगा इस उम्मीद पर जी रहा हूँ........✍️✍️
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Gulzar Shayri | View
जिनके उपर जिम्मेदारीओ का बोझ होता है,
उनको "रुठने" और "टूटने" का हक नही होता..!!
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गुरुर किस बात का करूं मैं
मरने के बाद मेरे अपने ही मुझे छूने के बाद हाथ धोएंगे.
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Gulzar Shayri | View
रात भर चलती रहती हैं उंगलियां मोबाइल पर
किताब सीने पे रख कर सोए हुए एक ज़माना हो गया.
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Gulzar Shayri | View
कुछ तो चाहत रही होगी इन बारिश की बूंदों की भी ...
वरना कौन गिरता है इस जमीन पर आसमान तक पहुँचने के बाद ....
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Gulzar Shayri | View
ये ही खासियत है , जिंदगी की ,
कर्ज वो भी चुकाने पड़ते है , जो लिए ही नहीं।
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Gulzar Shayri | View
खूबसूरत होना अच्छा नहीं ही
बल्कि अच्छा होना खूबसूरत है ||
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Gulzar Shayri | View
कौन कहता हैं कि हम झूठ नहीं बोलते
एक बार खैरियत तो पूछ के देखियें
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Gulzar Shayri | View
मुझको पढ़ पाना हर किसी के लिए मुमकिन नहीं,
मै वो किताब हूँ जिसमे शब्दों की जगह जज्बात लिखे है….!!
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Gulzar Shayri | View
दर्द - सा झलकता है आपकी आवाज़ में 💔...
जैसे "लफ़्ज़ों" को इससे मायने मिल गए हों "ज़िंदगी" के ❤...😍
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Gulzar Shayri | View
बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती
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Gulzar Shayri | View
मैं दिया हूँ
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं
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Gulzar Shayri | View
अच्छी किताबें और अच्छे लोग
तुरंत समझ में नहीं आते हैं,
उन्हें पढना पड़ता हैं
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Gulzar Shayri | View
आज हर ख़ामोशी को मिटा देने का मन है
जो भी छिपा रखा है मन में लूटा देने का मन है..
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Gulzar Shayri | View
सुनो….ज़रा रास्ता तो बताना.
मोहब्बत के सफ़र से, वापसी है मेरी..
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Gulzar Shayri | View
बहुत मुश्किल से करता हूँ, तेरी यादों का कारोबार,
मुनाफा कम है, पर गुज़ारा हो ही जाता है
View 335 |
Gulzar Shayri | View
लोग कहते हैं मेरी आँखें मेरी माँ सी हैं
यूं तो लबरेज़ हैं पानी से मगर प्यासी हैं
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Gulzar Shayri | View
तुझे पहचानूंगा कैसे? तुझे देखा ही नहीं
ढूँढा करता हूं तुम्हें अपने चेहरे में ही कहीं
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Gulzar Shayri | View
खुली किताब के सफ़्हे उलटते रहते हैं
हवा चले न चले दिन पलटते रहते है
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Gulzar Shayri | View
ज़मीं सा दूसरा कोई सख़ी कहाँ होगा
ज़रा सा बीज उठा ले तो पेड़ देती है
View 428 |
Gulzar Shayri | View
हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते
वक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते
View 306 |
Gulzar Shayri | View
यूँ भी इक बार तो होता कि समुंदर बहता
कोई एहसास तो दरिया की अना का होता
View 322 |
Gulzar Shayri | View
आँखों से आँसुओं के मरासिम पुराने हैं
मेहमाँ ये घर में आएँ तो चुभता नहीं धुआँ
View 479 |
Gulzar Shayri | View
"अजीब लुत्फ़ था नादानियों के आलम में,
समझ में आई तो बातों का वो मज़ा भी गया."
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शायरी | View
मोहब्बत तो सिर्फ एक इत्तेफाक है,
ये तो दो दिलों की मुलाकात है,
मोहब्बत ये नहीं देखती कि दिन है या रात है,
इसमें तो सिर्फ वफादारी और जज़्बात है –
Happy Rose Day
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Rose Day Shayri Hindi | View
जिसे पाया ना जा सके वो जनाब हो तुम,
मेरी जिंदगी का पहला ख्वाब हो तुम,
लोग चाहे कुछ भी कहे लेकिन मेरी ज़िन्दगी का एक सुन्दर सा गुलाब हो तुम –
Happy Rose Day
View 402 |
Rose Day Shayri Hindi | View
बीते साल के बाद फिर से रोज डे आया हैं
मेरी आँखों में सिर्फ तेरा ही सुरूर छाया हैं
जरा तुम आकर तोह देखो एक बार तुम्हारे इंतजार में पुरे घर को सजाया हैं|
View 293 |
Rose Day Shayri Hindi | View
फूल बनकर मुस्कुराना ज़िन्दगी
मुस्कुरा के गम भुलाना ज़िन्दगी
जीत कर कोई खुश हो तो क्या हुआ हार कर खुशियाँ मानना भी ज़िन्दगी
View 285 |
Rose Day Shayri Hindi | View
प्यार के समंदर में सब डूबना चाहते हैं,
प्यार में कुछ खोते हैं तो कुछ पते हैं,
प्यार तो एक गुलाब है जिसे सब तोडना चाहते है
हम तो इस गुलाब को चूमना चाहते हैं.
View 503 |
Rose Day Shayri Hindi | View
जिसको पा ना सके वो जनाब हो आप,
मेरी ज़िन्दगी का पहला खवाब हो आप,
लोग चाहे कुछ भी कहे आपको,
लेकिन मेरे लिए सुन्दर सा गुलाब हो आप
View 334 |
Rose Day Shayri Hindi | View
तुम्हारी अदा का क्या जवाब दूँ,
क्या प्यारा सा उपहार दूँ,
कोई तुमसे खुबसूरत गुलाब होता तो लाते,
जो खुद गुलाब है उसको क्या गुलाब दूँ.
View 322 |
Rose Day Shayri Hindi | View
बड़े ही चुपके से भेजा था मेरे मेहबूब ने मुझे एक गुलाब,
कम्भख्त उसकी खुशबू ने सारे शहर में हंगामा कर दिया
View 336 |
Rose Day Shayri Hindi | View
आपके होंटो पे सदा खिलते गुलाब रहे
खुदा ना करे आप कभी उदास रहे,
हम आपके पास चाहे रहे ना रहे,
आप जिन्हे चाहे वो सदा आपके पास रहे
View 287 |
Rose Day Shayri Hindi | View
गुलाब की खूबसूरती भी फिकी सी लगती हैं
जब तेरे चेहरे पर मुस्कान खिल उठती हैं
यूँही मुस्कुराते रहना मेरे प्यार तू
तेरी खुशियों से मेरी साँसे जी उठती हैं
View 294 |
Rose Day Shayri Hindi | View
तेरी आहट से ही मेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती हैं,
तेरे होने का अहसास मेरी साँसे बयाँ कर जाती हैं,
ये सुन्दर गुलाब तेरी ही यादों का हिस्सा हैं
जिन्हें देख फिर से वो खुशियाँ जवां हो जाती हैं|
View 297 |
Rose Day Shayri Hindi | View
मेरा हर ख्वाब आज हकीकत बन जाये,
जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी जिन्दगी बन जाये,
हम लाये लाखो में एक गुलाब तुम्हारे लिए,
और ये गुलाब मोहब्बत की शुरुआत बन जाये
View 540 |
Rose Day Shayri Hindi | View
फूल खिलते रहे आपकी ज़िन्दगी की राहो में,
हंसी चमकती रहे आपकी निगाहों में कदम कदम पर मिले खुशियाँ आपको,
दिल देता हैं यही दुआ बार बार आपको
View 397 |
Rose Day Shayri Hindi | View
हर फूल आपको नए अरमान दे,
हर सुबह आपको एक सलाम दे,
हमारी ये दुआ हैं तहे-दिल से,
अगर आपका एक आंसू भी निकले,
तो खुदा आपको उससे दुगनी खुशी दे
View 496 |
Rose Day Shayri Hindi | View
टूटा हुआ फूल खुशबू दे जाता हैं
बिता हुआ पल यादें दे जाता हैं
हर शख्स का अपना अंदाज़ होता हैं
कोई ज़िन्दगी में प्यार तोह..
कोई प्यार में ज़िदंगी दे जाता हैं |
View 348 |
Rose Day Shayri Hindi | View
ए-हसीन मेरा गुलाब कबूल कर,
हम तुमसे बेइन्तहा इश्क़ करते हैं,
अब नहीं इस ज़माने की परवाह हमको,
हम अपने इश्क़ का इज़हार करते हैं,
View 350 |
Rose Day Shayri Hindi | View
पांच सीढ़िया संबंधों की...
देखना.. अच्छा लगना.. चाहना.. पाना..
यह चार बहुत सरल सीढ़िया है ...
सबसे कठिन पांचवी सीढ़ी है...
""निभाना""
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शुभ प्रभात | View
ना सरकार मेरी है ! ना रौब मेरा है ! ना बड़ा सा नाम मेरा है ! मुझे तो एक छोटी सी बात का गर्व हैं, मैं “हिन्दुस्तान” का हूँ और “हिन्दुस्तान” मेरा है।
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गणतंत्र दिवस | View
राष्ट्र के लिए मान-सम्मान रहे, हर एक दिल में हिन्दुस्तान रहे, देश के लिए एक-दो तारीख नही, भारत माँ के लिए ही हर सांस रहे।
View 257 |
गणतंत्र दिवस | View
मन्दिर से निकलो मस्जिद से निकलो, निकलो गिर्जे गुरुद्वारों से करो देश आज हिफाजत भीतर के गद्दारों से ।
View 271 |
गणतंत्र दिवस | View
फना होने की इज़ाजत ली नहीं जाती,
ये वतन की मोहब्बत है जनाब पूछ के की नहीं जाती..!!
View 426 |
गणतंत्र दिवस | View
बंद करो ये तुम आपस में खेलना अब खून की होली, उस मा को याद करो जिसने खून से चुन्नर भिगोली ।
View 256 |
गणतंत्र दिवस | View
किसकी राह देख रहा, तुम खुद सिपाही बन जाना, सरहद पर ना सही, सीखो आंधियारो से लढ पाना ।
View 265 |
गणतंत्र दिवस | View