हम ज़ुबान के तीर चलाया करते हैं, इशारों में बात किया नही करते। हम अपने पैर आसमान पर रखने का हौसला रखते हैं, ज़मीन की चाह हम रखा नही करते। हम तो वो हैं जो हर हालत को अपने दम पर बदलना जानते हैं, हम तो वो हैं जो वक्त को भी बदल डालें वक्त के आगे झुकना हम गवारा किया नही करते।
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