जीवन गणित है सांसें घटती है
अनुभव जुड़ते है
अलग अलग कोष्ठकों में बंद हम बुनते रहते है
समीकरण लगाते रहते हैं, गुणा-भाग।
जबकि जीवन का अंतिम सत्य शून्य है।
।।शुभ प्रभात।।

Create a poster for this message
Visits: 261
Download Our Android App