महफ़िल में कुछ ......तो सुनाना पड़ता है
ग़म छुपा कर .........मुस्कुराना पड़ता है
कभी हम .............भी उनके अज़ीज़ थे
आज-कल ये भी .......उन्हें याद दिलाना पड़ता है।.......

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