बहुत सौदे होते हैं संसार में मगर.. सुख बेचने वाले और दुःख खरीदने वाले नहीं मिलतें, पता नहीं क्यों ? लोग रिश्ते छोड़ देते हैं लेकिन जिद नहीं..!न का “अर्थ” है भीतर से मुस्कुराना और सेवा का “अर्थ” है इस मुस्कुराहट को औरों तक पँहुचाना…

Create a poster for this message
Visits: 231
Download Our Android App