जब तक साँस है, “टकराव” मिलता रहेगा। जब तक रिश्ते हैं, “घाव” मिलता रहेगा। पीठ पीछे जो बोलते हैं, उन्हें पीछे ही रहने दो। अगर हमारे कर्म, भावना और रास्ता सही है .. तो, गैरों से भी ” लगाव ” मिलता रहेगा..

Create a poster for this message
Visits: 199
Download Our Android App