सुन ‪‎पगली‬ जैसा तू ‪‎सोचती‬ हो, वैसा मै हूँ नहीं और ‪‎जैसा‬ मै हूँ ना, वैसा तू ‪सोच‬ भी नही सकती..

Create a poster for this message
Visits: 168
Download Our Android App