देखो नूतन वर्ष है आया धरा पुलकित हुई गगन मुस्काया किंचित चिंताओं में डूबा कल ढूँढ़ ही लेगा नया वर्ष कोई हल देखो नए साल का पहला पल क्षितिज के उस पार है उभर आया!

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