जिसे निभा न सकूँ, ऐसा वादा नही करता* मैं बातें अपनी औकात से, ज्यादा नहीं करता..!* भले ही तमन्ना रखता हूं, आसमान छू लेने की* लेकिन, औरों को गिराने का, इरादा नहीं करता।

Create a poster for this message
Visits: 164
Download Our Android App