देखो नूतन वर्ष हैं आया, धरा पुलकित हुई गगन मुस्काया। किंचित चिंताओं में डूबा कल ढूँढ़ ही लेगा नया वर्ष कोई हल देखो नए साल का पहला पल क्षितिज के उस पार हैं उभर आया…

Description:नया साल आया है